नई विलेन बनीं गायत्री चाची, ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सीजन 2 में स्मृति ईरानी ने दिखाया संस्कार

Sachin Singh
Written by: Sachin Singh

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Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi 2 Review: 25 साल पहले जो शो भारत के हर घर में धर्म और ड्रामे का पर्याय बन गया था, वह अब नए दौर में लौट आया है. जी हां, ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ का दूसरा सीजन स्ट्रीमिंग पर आ चुका है, और इसकी शुरुआत होती है ठीक उसी स्टाइल में, जिस पर कभी करोड़ों दिल धड़कते थे. पहले ही एपिसोड में टेलीविजन इतिहास की सबसे पॉपुलर बहू तुलसी विरानी यानी स्मृति ईरानी अपने उसी पुराने अंदाज में लौटी हैं.

सीजन दो की शुरुआत होती है तुलसी और मिहिर की शादी की 38वीं सालगिरह की सुबह से. साउंडट्रैक वही है, बिंदियों में चमक वही है और घर के आंगन में गूंजती ‘जय मां तुलसी’ की आवाज फिर से दर्शकों को 2000 के दशक की दुनिया में ले जाती है.

HD में दिखा पुराने जमाने का संस्कार

शो के पहले 1.30 मिनट में गणपति बप्पा की मूर्ति, मंदिरों की झलकियां और गायत्री मंत्र के जाप के साथ जो माहौल बना, उसने दर्शकों को साफ संकेत दे दिया. सब कुछ बदला है, लेकिन भावनाएं वहीं हैं. जैसे-जैसे कैमरा तुलसी के होंठों से माथे और फिर सिंदूर तक पहुंचता है, स्मृति ईरानी की वापसी होती है और मानो वक्त थम जाता है.

इस बार शो Star Plus के साथ-साथ JioHotstar पर भी प्रसारित हो रहा है. यानी अब संस्कारों की यह कहानी पुराने फॉर्मेट में नहीं, बल्कि नए दौर के डिजिटल मंच पर दिखाई जा रही है.

 

पुरानी यादें, नई झलकियां

पहले एपिसोड में दिवंगत ‘बा’ यानी सुधा शिवपुरी को एक विशेष श्रद्धांजलि दी गई। जहां तुलसी उन्हें याद करती हैं, वहीं पूजा की थाली में गेंदा फूल गिरना, ये Peak Ekta Kapoor Nostalgia था. वही संगीत, वही ट्रैजिक बैकग्राउंड स्कोर और वही ‘खिड़की खुली और बिजली चमकी’ वाला इमोशनल तड़का.

‘अरा-रा’ कहने वाली डाक्स चाची भी लौटी हैं, इस बार सोशल मीडिया की खबरें बटोरती हुई और पापाराज़ी Biral Dayani को फॉलो करते हुए जो स्पष्ट रूप से Viral Bhayani का सस्पेंस-रहित क्लोन है.

तुलसी अब भी रसोई में

तुलसी इस बार रसोई में बेटी-बहू के साथ खाना बनाते हुए बताती हैं कि घर में मां, बहू और बेटी जब खाना बनाए, तभी घर घर जैसा लगता है. मगर 25 साल बाद क्या वाकई सब कुछ वैसा ही रहना चाहिए था? शायद नहीं, लेकिन क्योंकि की दुनिया में बदलाव की रफ्तार थोड़ी धीमी ही रहती है.

शांति निकेतन अब और ज्यादा आलीशान दिखता है. टाइटल सॉन्ग के वक्त तुलसी सबसे पहले घर के नौकरों का परिचय देती हैं जो अपने आप में Ekta Universe में क्रांति है.

मिहिर का स्टाइलिश अवतार और नई पीढ़ी की एंट्री

अमर उपाध्याय यानी मिहिर विरानी की वापसी भी उतनी ही दमदार है. अब वे एक सफल बिजनेसमैन हैं, जो ब्लूटूथ ईयरबड्स में म्यूजिक सुनते हुए मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं। और पत्नी तुलसी को एनिवर्सरी पर एक नई कार गिफ्ट करते हैं, कहते हुए — ‘You are my best investment!’ (Ekta के शो में भी अब अंग्रेजी लाइनें तड़का लगाने लगी हैं)

नए किरदारों में शामिल हैं — परी, अंगद और ऋतिक। हालांकि पूरा परिवार अब पहले जैसा बड़ा नहीं दिखता। करण, हेमंत और गौतम जैसे सदस्य अपने-अपने घरों में बस गए हैं.

नई विलेन बनीं गायत्री चाची

नई सीजन की सबसे बड़ी एंट्री है गायत्री चाची (कमलिका गुहा ठाकुरता), जो अब परिवार के अंदर कलेश फैलाने की जिम्मेदारी निभा रही हैं. वह तुलसी और मिहिर पर आरोप लगाती हैं कि उन्होंने बाकी बच्चों को वानवास दे दिया और खुद अयोध्या में राज कर रहे हैं.

सीरियल के अगले एपिसोड्स में पारंपरिक बनाम आधुनिक सोच के बीच टकराव, परवरिश बनाम पैदाइश की बहस और विरासत की लड़ाई के बीज बो दिए गए हैं.

ड्रामा वही लेकिन कैमरा 4K

‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ वो रेट्रो ड्रामा है जिसे आज के डिजिटल दौर के लेंस से देखने पर भी वो ही मीठा-संस्कारित स्वाद मिलता है. नई पीढ़ी के लिए ये शायद OTT क्रिंज हो, लेकिन पुराने दर्शकों के लिए ये एक इमोशनल टाइम ट्रैवल है.

अगर आप भी उस दौर की कहानियों में फिर से डूबना चाहते हैं जहां घर में तुलसी का पौधा, पूजा की थाली और चाची के ताने होते थे तो ये शो आपके लिए है और हां, सावधानी से देखिए, भावनाओं का ओवरडोज तय है.

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सचिन सिंह 4 साल से मीडिया में अपनी सेवा दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने ग्राउंड रिपोर्टिंग से लेकर न्यूज कंटेट राइटर के तौर पर काम किया है. वह टेक, ऑटो, एंटरटेनमेंट और इस्पोर्ट्स पर लिखने में रुची रखते हैं.

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